विलुप्त होती शास्त्रीय ध्रुवपद गायन एवं वादन परम्परा को जनमानस से परिचित करने एवं कलाकारों को प्रोत्साहन हेतु मंच प्रदान करने के उद्देश्य से अकादमी द्वारा मृदंगाचार्य स्वामी भगवान दास की स्मृति में ध्रुवपद समारोह का आयोजन प्रदेश के विभिन्न जनपदों में किया जाता है | विगत वर्ष ध्रुवपद समारोह का आयोजन गोरखपुर में कराया गया था जिसमे उस्ताद वसिफुद्दीन डागर ने ध्रुवपद गायन को प्रस्तुत किया एवं डॉ. मधु भट्ट तैलंग ने संगत कार्य किया | स्वामी भगवान दास के परम शिष्य श्री विजय रामदास ने पखावज पर संगत की तथा विनोद मिश्रा जी ने सारंगी संगत की थी |
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